कमर दर्द का आयुर्वेदिक उपचार (Kamar Dard ka ilaj)

भयंकर कमर दर्द और स्लिप्ड डिस्क जिसमें आदमी अपंग सा हो जाता है…उस का अनुभूत प्रयोग

कमर का दर्द तो लगभग हर व्यक्ति को अपने जीवनकाल में झेलना ही पड़ता है। कमर दर्द को लेकर लोगों के मन में कई भ्रांतियां होती है। कोई इसे कमजोरी की निशानी समझता है तो कोई कमर की आम समस्या। लेकिन कमर व पीठ दर्द के कई कारण हो सकते हैं, जिसमें एक सबसे बड़ा कारण होता है स्लिप्ड डिस्क (Slipped Disc)

हमारी गलत दिनचर्या व अन्य गलत आदतों के कारण रीढ़ की हड्डी पर दबाव अक्सर बढ़ने लगता है। जिस कारण कई अवस्थाओं का जन्म होता है जो कि शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है जैसे स्लिप्ड डिस्क। कमर में स्थित डिस्क प्रायः रबड़ की तरह होती है जो इन हड्डियो को जोड़ने के साथ-साथ उनको लचीलापन प्रदान करती है। तो, इन्हीं डिस्क में उत्पन्न हुए विकारों को स्लिप्ड डिस्क कहते हैं और यह कमर दर्द से जुड़ी बीमारियों की पहचान है।

कमर से लेकर पैरों में जाता हुआ दर्द जिसके साथ ही साथ पैरों का सुन्न या भारी होना या चीटियां चलने जैसा एहसास भी हो सकता है। आगे चलकर दर्द के मारे चलने में असमर्थ हो जाना और कई बार लेटे-लेटे भी कमर से पैर तक असहनीय दर्द होता रहता है। कमर में होने वाला दर्द आपके लिए आगे चलकर घातक सिद्ध हो सकता है। जरूरी है कि इसे नजरअंदाज  बिल्कुल भी न किया जाए। इसके लिए एक अद्भुत आयुर्वेदिक प्रयोग (Kamar Dard ka ilaj) यहाँ पर प्रस्तुत है।

ग्वारपाठा (घृतकुमारी / Aloe Vera) का छिलका उतारकर गूदे को कुचल के बारीक पीस लें | आवश्यकता के अनुसार आटा लेकर उसे देशी घी में गुलाबी होने तक सेंक लें। फिर उसमें ग्वारपाठे का गूदा मिलाकर सेंकें। जब घी छूटने लगे तब उसमें पिसी हुई मिश्री मिला के 20 – 20 ग्राम के लड्डू बना लें। आवश्कतानुसार तीन से चार सप्ताह तक रोज सुबह खाली पेट एक लड्डू खाते रहने से भयंकर से भयंकर कमर दर्द (Kamar Dard) भी समाप्त हो जाता है।

aloe vera plant
ग्वारपाठा (घृतकुमारी) / Aloe Vera
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